[REVIEW] Choo Mantar (2025) – जब भूत बने मसखरे: Kannada सिनेमा का जोखिम भरा Genre Experiment
निर्देशक Navaneeth की एक “हॉरर-कॉमेडी” कृति, जो अपनी खुद की एक अलौकिक दुनिया बनाने की कोशिश करती है, लेकिन अत्यधिक महत्वाकांक्षी Plot Twists और Genre के असंतुलन के जाल में फंस जाती है।
By Gemini (Film Critic)
December 14, 2025
हाल के वर्षों में Kannada सिनेमा ने, खासकर Fantasy और Supernatural जैसी जटिल शैलियों के प्रयोग में, पारंपरिक ढाँचे से बाहर निकलने का साहस दिखाया है। “Choo Mantar” (जिसका अर्थ है: जादू), जो 2025 की शुरुआत में रिलीज़ हुई, इसी बहादुरी का प्रमाण है। Karva जैसी फिल्म से प्रभावित करने वाले निर्देशक Navaneeth के निर्देशन में, यह फिल्म दो विपरीत ध्रुवों को मिलाने का एक साहसी प्रयास है: रोंगटे खड़े कर देने वाला डर और गुदगुदाने वाली हँसी। हालाँकि, Morgan House की डरावनी यात्रा एक रोलर कोस्टर राइड की तरह है: कुछ पल साँस रोक देने वाले हैं, लेकिन कुछ पल अचानक नीचे गिरते हुए निराशाजनक लगते हैं।
दृश्य और Cinematography: Close-up में डर की खोज
यदि कोई एक तत्व है जो Choo Mantar के कलात्मक मूल्य को बनाता है, तो वह निश्चित रूप से सिनेमैटोग्राफर Anup Kattukaran का काम है। फिल्म लगभग पूरी तरह से Nainital के Morgan House में सेट है, जो एक पुरानी औपनिवेशिक शैली की हवेली है, और Kattukaran ने इसे एक भूतिया केंद्रीय किरदार में बदल दिया है।
Cinematography वास्तुशिल्प (architectural) स्थान का पूरा फायदा उठाती है: धूल भरे गलियारों पर धीमी Panning Shots, अकेलेपन और खालीपन पर जोर देने वाले Low-Angle Shots, और धुंध भरे पहाड़ी इलाके के बीच घर की भयानक भव्यता को पकड़ने वाले Wide Shots। प्रकाश (Lighting) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है: रात के दृश्यों को Low-Key Lighting के साथ खूबसूरती से संभाला गया है, जिससे गहरी परछाइयाँ बनती हैं, जहाँ वास्तविक भय छिपा होता है।
हालाँकि, जब फिल्म कॉमेडी सेगमेंट की ओर बढ़ती है, तो Visual Style भी अचानक बदल जाता है। रंग अधिक Saturated और चमकदार हो जाते हैं, जो हँसी पैदा करने के उद्देश्य को पूरा करते हैं, लेकिन यह बदलाव पहले बनाए गए डरावने माहौल की निरंतरता को तोड़ देता है।
पात्रों का मनोविज्ञान और अभिनय: हास्य Ghost Hunter का आकर्षण
Choo Mantar का मूल Dynamo, या Gautham (Sharan द्वारा अभिनीत), के इर्द-गिर्द घूमता है, जो एक अलौकिक विशेषज्ञ है। Sharan, कॉमेडी में अपने लंबे अनुभव के साथ, एक दिलचस्प संयोजन लेकर आए हैं: एक ऐसा किरदार जो हास्य रूप से अनाड़ी है, लेकिन जब भूतों का सामना करता है तो गंभीर भी हो जाता है।
Sharan फिल्म का मुख्य आधार हैं, जो कहानी को बिखरने से बचाए रखते हैं। वह अपनी मजाकिया और आकर्षक लाइनों को बखूबी निभाते हैं, खासकर अपने सहयोगी RJ (Chikkanna) के साथ बातचीत में। हालाँकि, Sharan पर अत्यधिक निर्भरता के कारण सहायक कलाकार, जिनमें Akanksha (Aditi Prabhudeva) और Katherine (Meghana Gaonkar) जैसी प्रतिभाशाली अभिनेत्रियाँ शामिल हैं, फीकी पड़ जाती हैं, जो सिर्फ कथावाचक या पीड़ित बनकर रह जाती हैं।
गहन विश्लेषण करें तो, Dynamo/Gautham के मनोविज्ञान को पूरी तरह से नहीं खोजा गया है। क्या वह खजाना खोजने वाला “भूत शिकारी” है या वास्तव में एक उपचारक (healer)? फिल्म दोनों तत्वों को भरने की कोशिश करती है, जिससे मुख्य किरदार के कार्य करने का कारण कभी-कभी विरोधाभासी लगता है, और एक मनोवैज्ञानिक Thriller में आवश्यक गहराई कम हो जाती है।
पटकथा, लय और Plot Twists
Navaneeth की पटकथा, चार दोस्तों (या एक भूत शिकारी टीम) के एक प्रेतवाधित घर में खजाना खोजने के विचार पर आधारित है, जो शुरू में एक अद्वितीय Hyperlinked Narrative संरचना का वादा करती है। फिल्म की शुरुआत मजबूत होती है, जो घर के औपनिवेशिक इतिहास और Moghra (Rajani Bharadwaj) की आत्मा के रहस्य को स्थापित करती है।
Act 1 में फिल्म की लय अच्छी तरह से नियंत्रित है, जिसमें पारंपरिक “Jump Scares” और मजाकिया संवादों का मिश्रण है। हालाँकि, Act 2 और 3 में जाने पर, पटकथा अनगिनत “Plot Twists” से भर जाती है। निर्देशक चौंकाने में बहुत महत्वाकांक्षी हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप मोड़ (twists) इतने तेज़ी से सामने आते हैं कि वे कभी-कभी अतार्किक हो जाते हैं, जिससे कहानी उलझी हुई और ट्रैक करने में मुश्किल हो जाती है।
हर अलौकिक घटना को वैज्ञानिक (या लोक आध्यात्मिक) तत्वों से जल्दबाजी में समझाने की कोशिश ने समग्र हॉरर प्रभाव को कमजोर कर दिया है। लगातार डर पैदा करने के बजाय, फिल्म आश्चर्य पर ध्यान केंद्रित करती है, जिससे यह एक शुद्ध Horror के बजाय अलौकिक तत्वों वाला एक Thriller बन जाती है।
ध्वनि और संगीत: Sound Design के मास्टर का काम
तकनीकी सफलता का श्रेय Oscar विजेता Resul Pookutty द्वारा किए गए Sound Design को जाता है। Pookutty ने सन्नाटे को एक तेज हॉरर टूल में बदल दिया है। दरवाज़ों की चरमराहट, दीवारों से गूँजती फुसफुसाहट, या पुरानी लकड़ी के फर्श पर अदृश्य कदमों की आवाज़ को सूक्ष्मता से संभाला गया है, जिससे रोंगटे खड़े होने की भावना काफी बढ़ जाती है, खासकर कम संवाद वाले दृश्यों में।
हालाँकि, Chandan Shetty का संगीत प्रभावशाली नहीं है। बीच में डाले गए गाने मनोरंजक हैं लेकिन फिल्म के माहौल में पूरी तरह से घुलमिल नहीं पाते, जिससे Cinematic लय टूट जाती है।
कलात्मक मूल्य: दो दुनियाओं को जोड़ने का प्रयास
Choo Mantar Horror और Comedy के बीच संतुलन बनाने की कठिनाई का एक आदर्श उदाहरण है। जब फिल्म हँसाने की कोशिश करती है, तो तनाव खो जाता है; जब फिल्म डराने की कोशिश करती है, तो हास्य इसकी शक्ति को कम कर देता है।
इस काम का सबसे बड़ा कलात्मक मूल्य एक डरावना माहौल बनाने में तकनीकी टीम के समर्पण और VFX सेगमेंट में है जो गंभीर निवेश को दर्शाते हैं। हालाँकि यह अभी भी अपूर्ण है, Choo Mantar जटिल शैली का पता लगाने के लिए Kannada सिनेमा का एक उल्लेखनीय कदम है, जो भविष्य में बेहतर हॉरर-कॉमेडी कार्यों के लिए दरवाजा खोलता है।
यह फिल्म उन दर्शकों के लिए उपयुक्त है जो एक शुद्ध, रोंगटे खड़े कर देने वाले हॉरर अनुभव के बजाय अप्रत्याशित Plot Twists के साथ हल्के मनोरंजन की तलाश में हैं।
🎬 फिल्म की जानकारी (Movie Data)
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Movie Name: Choo Mantar
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Release Year: 10/01/2025
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Country: India (Kannada / Sandalwood)
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Genre: Horror Comedy, Thriller
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Duration: 2 घंटे 22 मिनट (142 Minutes)
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Director: Navaneeth
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Producer: Tarun Shivappa (Tarun Studios)
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Music: Chandan Shetty, Avinash Basutkar
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Sound Design: Resul Pookutty
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Cast:
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Sharan (as Dynamo/Gautham)
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Meghana Gaonkar (as Katherine)
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Aditi Prabhudeva (as Akanksha)
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Chikkanna (as RJ)
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Prabhu Mundkur (as Alex)
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Rajani Bharadwaj (as Moghra)
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Language: Kannada
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Rating: ⭐⭐½ (2.5/5) – एक थोड़ा अव्यवस्थित मिश्रण, लेकिन अभिनय और ध्वनि तकनीक द्वारा बचाया गया।
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